25 Aug, त्रयोदशी 12:52:43 तक, अगला चतुर्दशी, शुक्ल पक्ष
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:|
ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात्||
Om Shreem Hreem Shreem Kamale Kamalalaye Praseed Praseed Shreem Hreem Shreem Om Mahalakshmaye Namah|
Om Mahadevsya Vidmahe Vishnupatnyai Cha Dheemahi Tanno Lakshmi Prachodayat||
23 Aug, द्वादशी 10:17:42 तक,अगला त्रयोदशी, कृष्ण पक्ष
शान्ताकारम् भुजगशयनम् पद्मनाभम् सुरेशम्
विश्वाधारम् गगनसदृशम् मेघवर्णम् शुभाङ्गम्।
लक्ष्मीकान्तम् कमलनयनम् योगिभिर्ध्यानगम्यम्
वन्दे विष्णुम् भवभयहरम् सर्वलोकैकनाथम्॥
Shantakaram Bhujagashayanam Padmanabham Suresham
Vishvadharam Gaganasadrisham Meghavarnam Shubhangam।
Lakshmikantam Kamalanayanam Yogibhirdhyanagamyam
Vande Vishnum Bhavabhayaharam Sarvalokaikanatham॥
22 Aug, एकादशी 07:42:38 तक,अगला द्वादशी, शुक्ल पक्ष
ॐ सहस्त्र शीर्षाः पुरुषः सहस्त्राक्षः सहस्त्र-पातस-भूमिग्वं सव्वेत-सत्पुत्वायतिष्ठ दर्शागुलाम् |
आगच्छ श्री कृष्ण देवः स्थाने-चात्र सिथरो भव ||
Om Sahastra Sheershah Purushah Sahastrakshah Sahastra-Paatas-Bhumigvam Savvet-Satputvaayatishth Darshaagulam |
Aagachchha Shri Krishna Devah Sthaane-Chaatra Sitharo Bhav ||
20 Aug, दशमी 29:18:38 तक,अगला एकादशी, शुक्ल पक्ष
ऊँ उमामहेश्वराभ्यां नमः
ऊँ पार्वत्यै नमः
ऊँ साम्ब शिवाय नमः
ऊँ गौर्ये नमः
मुनि अनुशासन गनपति हि पूजेहु शंभु भवानि।
कोउ सुनि संशय करै जनि सुर अनादि जिय जानि।
हे गौरी शंकरार्धांगी। यथा त्वं शंकर प्रिया।
तथा मां कुरु कल्याणी, कान्त कान्तां सुदुर्लभाम्।।
ऊँ ह्लीं वाग्वादिनी भगवती ममं कार्य सिद्धि कुरु कुरु फट् स्वाहा।
Oo Umahheshwavarbhay Namah
Oh parvartai nama
OM Sam bhi Namah
Oo gauray Namah
Muni discipline ganapati poojehu shambhu bhavani
Kou arun susaye jani sur anadi ji jani
Hey Gauri Shankardhangi As is the case with Priya
And mother Kuru Kalyani, Kant Kantan Sudalabham
Ooh Hali Wagwadini Bhagwati Mamma Siddhi Kuru Kuru Fat Swaha
16 Aug, षष्ठी 25:03:45 तक,अगला सप्तमी, शुक्ल पक्ष
शान्ताकारम् भुजगशयनम् पद्मनाभम् सुरेशम्
विश्वाधारम् गगनसदृशम् मेघवर्णम् शुभाङ्गम्।
लक्ष्मीकान्तम् कमलनयनम् योगिभिर्ध्यानगम्यम्
वन्दे विष्णुम् भवभयहरम् सर्वलोकैकनाथम्॥
Shantakaram Bhujagashayanam Padmanabham Suresham
Vishvadharam Gaganasadrisham Meghavarnam Shubhangam।
Lakshmikantam Kamalanayanam Yogibhirdhyanagamyam
Vande Vishnum Bhavabhayaharam Sarvalokaikanatham॥
15 Aug, पंचमी 25:53:05 तक,अगला षष्ठी, शुक्ल पक्ष
ॐ भुजंगेशाय विद्महे,
सर्पराजाय धीमहि,
तन्नो नाग: प्रचोदयात्।।
‘सर्वे नागा: प्रीयन्तां मे ये केचित् पृथ्वीतले।
ये च हेलिमरीचिस्था ये न्तरे दिवि संस्थिता:।।
ये नदीषु महानागा ये सरस्वतिगामिन:।
ये च वापीतडागेषु तेषु सर्वेषु वै नम:।।
om bhujangeshaay vidmahe,
sarparaajaay dheemahi,
tanno naag: prachodayaat..
sarve naaga: preeyantaan me ye kechit prthveetale.
ye ch helimareechistha ye ntare divi sansthita:..
ye nadeeshu mahaanaaga ye sarasvatigaamin:.
ye ch vaapeetadaageshu teshu sarveshu vai nam
13 Aug, द्वितीया 08:38:27 तक, अगला तृतीया, शुक्ल पक्ष
ऊँ उमामहेश्वराभ्यां नमः
ऊँ पार्वत्यै नमः
ऊँ साम्ब शिवाय नमः
ऊँ गौर्ये नमः
मुनि अनुशासन गनपति हि पूजेहु शंभु भवानि।
कोउ सुनि संशय करै जनि सुर अनादि जिय जानि।
हे गौरी शंकरार्धांगी। यथा त्वं शंकर प्रिया।
तथा मां कुरु कल्याणी, कान्त कान्तां सुदुर्लभाम्।।
ऊँ ह्लीं वाग्वादिनी भगवती ममं कार्य सिद्धि कुरु कुरु फट् स्वाहा।
Oo Umahheshwavarbhay Namah
Oh parvartai nama
OM Sam bhi Namah
Oo gauray Namah
Muni discipline ganapati poojehu shambhu bhavani
Kou arun susaye jani sur anadi ji jani
Hey Gauri Shankardhangi As is the case with Priya
And mother Kuru Kalyani, Kant Kantan Sudalabham
Ooh Hali Wagwadini Bhagwati Mamma Siddhi Kuru Kuru Fat Swaha
2 Aug, पंचमी 11:34:47 तक,अगला षष्ठी, कृष्ण पक्ष
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:|
ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात्||
Om Shreem Hreem Shreem Kamale Kamalalaye Praseed Praseed Shreem Hreem Shreem Om Mahalakshmaye Namah|
Om Mahadevsya Vidmahe Vishnupatnyai Cha Dheemahi Tanno Lakshmi Prachodayat||
1st Aug, चतुर्थी 10:24:39 तक,अगला पंचमी, कृष्ण पक्ष
ॐ सहस्त्र शीर्षाः पुरुषः सहस्त्राक्षः सहस्त्र-पातस-भूमिग्वं सव्वेत-सत्पुत्वायतिष्ठ दर्शागुलाम् |
आगच्छ श्री कृष्ण देवः स्थाने-चात्र सिथरो भव ||
Om Sahastra Sheershah Purushah Sahastrakshah Sahastra-Paatas-Bhumigvam Savvet-Satputvaayatishth Darshaagulam |
Aagachchha Shri Krishna Devah Sthaane-Chaatra Sitharo Bhav ||